Yashasvi Jaiswal 0 (8), देवदत्त पडिक्कल 0 (23): ऑस्ट्रेलिया में भारत के नए शीर्ष क्रम का फ्लॉप शो, सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़

11/23/2024

यशस्वी जायसवाल 0 (8), देवदत्त पडिक्कल 0 (23): ऑस्ट्रेलिया में भारत के नए शीर्ष क्रम का फ्लॉप शो, सोश
यशस्वी जायसवाल 0 (8), देवदत्त पडिक्कल 0 (23): ऑस्ट्रेलिया में भारत के नए शीर्ष क्रम का फ्लॉप शो, सोश

पर्थ में यशस्वी जायसवाल और देवदत्त पडिक्कल दोनों शून्य पर आउट हुए, जिससे भारतीय प्रशंसकों के बीच नाराजगी और मजाकिया प्रतिक्रियाओं की लहर दौड़ गई।


बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले दिन की शुरुआत भारत के लिए खराब रही। जसप्रीत बुमराह ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन जायसवाल और पडिक्कल की असफलताओं ने टीम को मुश्किल में डाल दिया।

1. शुरुआती झटके


मिचेल स्टार्क ने यशस्वी जायसवाल को गली में कैच आउट करवाया, जबकि जोश हेजलवुड ने पडिक्कल के संघर्ष का अंत विकेटकीपर एलेक्स कैरी के हाथों आसान कैच के साथ किया। भारत ने मुश्किल परिस्थितियों और पर्थ की बेहतरीन गेंदबाजी के सामने रन बनाना बेहद कठिन पाया।

2. सोशल मीडिया पर आलोचना


भारत के शीर्ष क्रम के खराब प्रदर्शन से सोशल मीडिया पर प्रशंसकों की तीखी प्रतिक्रियाएं आईं। न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में खराब प्रदर्शन के बाद प्रशंसक पहले से ही चिंतित थे, और इस खराब शुरुआत ने उनकी निराशा बढ़ा दी।

3. जायसवाल और पडिक्कल की असफलताएं
  • यशस्वी जायसवाल: जायसवाल ने केवल 8 गेंदें खेलीं और एक बड़ा ड्राइव खेलने की कोशिश में अपना विकेट गंवा दिया। उनकी टेस्ट क्रिकेट में विदेशी परिस्थितियों में संघर्ष करने की प्रवृत्ति पर फिर से सवाल उठने लगे हैं।

  • देवदत्त पडिक्कल: शुभमन गिल के स्थान पर नंबर तीन पर आए पडिक्कल 23 गेंदों तक टिके रहे, लेकिन न तो रन बना सके और न ही स्ट्राइक रोटेट कर सके। इससे भारतीय पारी की शुरुआत में ही दबाव बढ़ गया।

4. विराट कोहली और केएल राहुल भी फेल
  • विराट कोहली भी लंबे समय तक क्रीज पर नहीं टिक सके और हेजलवुड की बाउंस वाली गेंद पर केवल 5 रन बनाकर आउट हो गए।

  • केएल राहुल ने एक छोर संभालने की कोशिश की लेकिन एक विवादास्पद निर्णय के चलते आउट हो गए।

5. लंच तक भारत की स्थिति


पहले सत्र के अंत तक भारत ने 51 रन पर 4 विकेट खो दिए, जिससे पारी की शुरुआत काफी कमजोर रही। ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों की सटीक लाइन और लेंथ के कारण भारतीय बल्लेबाज बड़े शॉट खेलने में नाकाम रहे।

यह खराब शुरुआत भारत के लिए चिंताजनक है, खासकर जब टीम को मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ अपनी स्थिति मजबूत करनी थी।