Surya Grahan 2025: समय और आंशिक सूर्य ग्रहण को कैसे देखें, जानें पूरी जानकारी

3/29/2025

Surya Grahan 2025
Surya Grahan 2025

सूर्य ग्रहण 2025: साल का पहला सूर्य ग्रहण बस कुछ ही घंटों में दिखाई देने वाला है।

अगर आप भी इस खगोलीय घटना को देखने के लिए उत्साहित हैं, तो यहां जानिए इस साल के पहले सूर्य ग्रहण से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी।

सूर्य ग्रहण 2025 की तारीख और समय

इस साल का पहला सूर्य ग्रहण शनिवार, 29 मार्च 2025 को होने जा रहा है। यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण (Partial Solar Eclipse) होगा।

  • ईस्टर्न डेलाइट टाइम (EDT) के अनुसार:

    • ग्रहण शुरू होगा: सुबह 4:50 AM EDT

    • चरम पर पहुंचेगा: सुबह 6:47 AM EDT

    • समाप्त होगा: सुबह 8:43 AM EDT

  • भारतीय समय (IST) के अनुसार:

    • ग्रहण शुरू होगा: दोपहर 2:20 PM IST

    • चरम पर पहुंचेगा: शाम 4:17 PM IST

    • समाप्त होगा: शाम 6:13 PM IST

सूर्य ग्रहण 2025 को कैसे देखें?
  • सूर्य ग्रहण को देखने के लिए खुले और बाधा-रहित स्थान का चयन करें।

  • नंगी आंखों से सूर्य ग्रहण देखने की कोशिश न करें, इससे आंखों को नुकसान हो सकता है।

  • ग्रहण देखने के लिए सुरक्षित सौर चश्मे (ISO 12312-2 प्रमाणित) का ही उपयोग करें। साधारण धूप का चश्मा (Sunglasses) सूर्य ग्रहण देखने के लिए सुरक्षित नहीं होता।

  • आप पिनहोल प्रोजेक्टर जैसी तकनीकों का उपयोग करके भी ग्रहण देख सकते हैं।

क्या सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई देगा?

सूर्य ग्रहण 2025 एशिया, अफ्रीका, यूरोप, अटलांटिक महासागर, आर्कटिक महासागर, उत्तरी अमेरिका और दक्षिण अमेरिका में दिखाई देगा।
हालांकि, समय और संरेखण के कारण भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा।

आंशिक सूर्य ग्रहण क्या होता है?

नासा के अनुसार, सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच आकर सूर्य की रोशनी को आंशिक या पूर्ण रूप से अवरुद्ध कर देता है।

आंशिक सूर्य ग्रहण में चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है, लेकिन तीनों खगोलीय पिंड एक सीधी रेखा में नहीं होते। इससे चंद्रमा सूर्य का केवल एक हिस्सा ढकता है, जिससे आंशिक छाया बनती है।

आंशिक सूर्य ग्रहण के दौरान:

  • सूर्य पूरी तरह नहीं ढकता, लेकिन वातावरण में रोशनी की तीव्रता कम हो जाती है।

  • छायाएं तेज़ और स्पष्ट हो जाती हैं।

  • तापमान में हल्की गिरावट महसूस की जा सकती है।

  • कुछ जानवरों के व्यवहार में बदलाव देखा जा सकता है।

हालांकि, आंशिक सूर्य ग्रहण पूर्ण ग्रहण की तरह अंधेरा नहीं लाता, फिर भी यह एक अद्भुत खगोलीय घटना होती है।

4oसूर्य ग्रहण 2025: साल का पहला सूर्य ग्रहण बस कुछ ही घंटों में दिखाई देने वाला है। अगर आप भी इस खगोलीय घटना को देखने के लिए उत्साहित हैं, तो यहां जानिए इस साल के पहले सूर्य ग्रहण से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी।

सूर्य ग्रहण 2025 की तारीख और समय

इस साल का पहला सूर्य ग्रहण शनिवार, 29 मार्च 2025 को होने जा रहा है। यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण (Partial Solar Eclipse) होगा।

  • ईस्टर्न डेलाइट टाइम (EDT) के अनुसार:

    • ग्रहण शुरू होगा: सुबह 4:50 AM EDT

    • चरम पर पहुंचेगा: सुबह 6:47 AM EDT

    • समाप्त होगा: सुबह 8:43 AM EDT

  • भारतीय समय (IST) के अनुसार:

    • ग्रहण शुरू होगा: दोपहर 2:20 PM IST

    • चरम पर पहुंचेगा: शाम 4:17 PM IST

    • समाप्त होगा: शाम 6:13 PM IST

सूर्य ग्रहण 2025 को कैसे देखें?
  • सूर्य ग्रहण को देखने के लिए खुले और बाधा-रहित स्थान का चयन करें।

  • नंगी आंखों से सूर्य ग्रहण देखने की कोशिश न करें, इससे आंखों को नुकसान हो सकता है।

  • ग्रहण देखने के लिए सुरक्षित सौर चश्मे (ISO 12312-2 प्रमाणित) का ही उपयोग करें। साधारण धूप का चश्मा (Sunglasses) सूर्य ग्रहण देखने के लिए सुरक्षित नहीं होता।

  • आप पिनहोल प्रोजेक्टर जैसी तकनीकों का उपयोग करके भी ग्रहण देख सकते हैं।

क्या सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई देगा?

सूर्य ग्रहण 2025 एशिया, अफ्रीका, यूरोप, अटलांटिक महासागर, आर्कटिक महासागर, उत्तरी अमेरिका और दक्षिण अमेरिका में दिखाई देगा।
हालांकि, समय और संरेखण के कारण भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा।

आंशिक सूर्य ग्रहण क्या होता है?

नासा के अनुसार, सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच आकर सूर्य की रोशनी को आंशिक या पूर्ण रूप से अवरुद्ध कर देता है।

आंशिक सूर्य ग्रहण में चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है, लेकिन तीनों खगोलीय पिंड एक सीधी रेखा में नहीं होते। इससे चंद्रमा सूर्य का केवल एक हिस्सा ढकता है, जिससे आंशिक छाया बनती है।

आंशिक सूर्य ग्रहण के दौरान:

  • सूर्य पूरी तरह नहीं ढकता, लेकिन वातावरण में रोशनी की तीव्रता कम हो जाती है।

  • छायाएं तेज़ और स्पष्ट हो जाती हैं।

  • तापमान में हल्की गिरावट महसूस की जा सकती है।

  • कुछ जानवरों के व्यवहार में बदलाव देखा जा सकता है।

हालांकि, आंशिक सूर्य ग्रहण पूर्ण ग्रहण की तरह अंधेरा नहीं लाता, फिर भी यह एक अद्भुत खगोलीय घटना होती है।

4oसूर्य ग्रहण 2025: साल का पहला सूर्य ग्रहण बस कुछ ही घंटों में दिखाई देने वाला है। अगर आप भी इस खगोलीय घटना को देखने के लिए उत्साहित हैं, तो यहां जानिए इस साल के पहले सूर्य ग्रहण से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी।

सूर्य ग्रहण 2025 की तारीख और समय

इस साल का पहला सूर्य ग्रहण शनिवार, 29 मार्च 2025 को होने जा रहा है। यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण (Partial Solar Eclipse) होगा।

  • ईस्टर्न डेलाइट टाइम (EDT) के अनुसार:

    • ग्रहण शुरू होगा: सुबह 4:50 AM EDT

    • चरम पर पहुंचेगा: सुबह 6:47 AM EDT

    • समाप्त होगा: सुबह 8:43 AM EDT

  • भारतीय समय (IST) के अनुसार:

    • ग्रहण शुरू होगा: दोपहर 2:20 PM IST

    • चरम पर पहुंचेगा: शाम 4:17 PM IST

    • समाप्त होगा: शाम 6:13 PM IST

सूर्य ग्रहण 2025 को कैसे देखें?
  • सूर्य ग्रहण को देखने के लिए खुले और बाधा-रहित स्थान का चयन करें।

  • नंगी आंखों से सूर्य ग्रहण देखने की कोशिश न करें, इससे आंखों को नुकसान हो सकता है।

  • ग्रहण देखने के लिए सुरक्षित सौर चश्मे (ISO 12312-2 प्रमाणित) का ही उपयोग करें। साधारण धूप का चश्मा (Sunglasses) सूर्य ग्रहण देखने के लिए सुरक्षित नहीं होता।

  • आप पिनहोल प्रोजेक्टर जैसी तकनीकों का उपयोग करके भी ग्रहण देख सकते हैं।

क्या सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई देगा?

सूर्य ग्रहण 2025 एशिया, अफ्रीका, यूरोप, अटलांटिक महासागर, आर्कटिक महासागर, उत्तरी अमेरिका और दक्षिण अमेरिका में दिखाई देगा।
हालांकि, समय और संरेखण के कारण भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा।

आंशिक सूर्य ग्रहण क्या होता है?

नासा के अनुसार, सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच आकर सूर्य की रोशनी को आंशिक या पूर्ण रूप से अवरुद्ध कर देता है।

आंशिक सूर्य ग्रहण में चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है, लेकिन तीनों खगोलीय पिंड एक सीधी रेखा में नहीं होते। इससे चंद्रमा सूर्य का केवल एक हिस्सा ढकता है, जिससे आंशिक छाया बनती है।

आंशिक सूर्य ग्रहण के दौरान:

  • सूर्य पूरी तरह नहीं ढकता, लेकिन वातावरण में रोशनी की तीव्रता कम हो जाती है।

  • छायाएं तेज़ और स्पष्ट हो जाती हैं।

  • तापमान में हल्की गिरावट महसूस की जा सकती है।

  • कुछ जानवरों के व्यवहार में बदलाव देखा जा सकता है।

हालांकि, आंशिक सूर्य ग्रहण पूर्ण ग्रहण की तरह अंधेरा नहीं लाता, फिर भी यह एक अद्भुत खगोलीय घटना होती है।