सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में फंसी हुई हैं, उनकी वापसी 2025 तक हो सकती है , Sunita Williams - NASA

8/11/2024

सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में फंसी हुई हैं, उनकी वापसी 2025 तक हो सकती है - NASA

सुनीता विलियम्स इस समय अंतरिक्ष में फंसी हुई हैं, और पूरी कोशिशें की जा रही हैं कि उन्हें जल्द से जल्द धरती पर लाया जा सके। अब यह खबर आ रही है कि इस काम को एलोन मस्क करेंगे। भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 5 जून को स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के जरिए अंतरिक्ष मिशन पर रवाना हुई थीं। उनके साथ एक और अंतरिक्ष यात्री बुश विलमोर भी थे, जो मिशन कमांडर हैं। दोनों को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) पर करीब 8 दिन का समय बिताकर वापस लौटना था, लेकिन अब तक उनकी वापसी नहीं हो सकी है। तकनीकी समस्याओं के कारण NASA की तमाम कोशिशें अब तक सफल नहीं हो पाई हैं।

अब NASA ने इस पूरे मामले में नया अपडेट जारी किया है। NASA अधिकारियों के अनुसार, सुनीता विलियम्स और विलमोर को ISS से धरती पर वापस लाने के लिए स्टारलाइनर के अलावा अन्य विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा है।

स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट क्या है? सुनीता विलियम्स जिस स्पेसक्राफ्ट के जरिए ISS तक पहुंचीं, उसे अमेरिकी एयरक्राफ्ट कंपनी बोइंग ने विकसित किया है। इस स्पेसक्राफ्ट को स्टारलाइनर नाम दिया गया है और इसे स्पेस कैप्सूल भी कहा जाता है। बोइंग ने इसे अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के कमर्शियल स्पेस प्रोग्राम के लिए विकसित किया है। यह स्टारलाइनर NASA और बोइंग के जॉइंट ऑपरेशन में विकसित हुआ है। पांड जून को स्टारलाइनर का पहला मानवयुक्त ट्रायल किया गया। सुनीता विलियम्स और बुश विलमोर इसी स्पेसक्राफ्ट से ISS के लिए रवाना हुए थे।

हालांकि, जब स्टारलाइनर को लॉन्च किया जा रहा था, तब इसमें से हीलियम गैस लीक हो रही थी। BBC की रिपोर्ट के अनुसार, बोइंग के इंजीनियरों को लॉन्चिंग के दौरान गैस लीक के बारे में पता था, लेकिन उन्होंने इसे गंभीर समस्या नहीं माना। यात्रा के दौरान, स्पेसक्राफ्ट में और भी जगहों से हीलियम गैस का रिसाव शुरू हो गया और अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में डॉक करते समय इसके थ्रस्टर भी फेल हो गए।

हालांकि, अब NASA और बोइंग का कहना है कि पांच में से चार थ्रस्टर ठीक कर लिए गए हैं। NASA का मानना है कि स्टारलाइनर का उपयोग पूरी तरह से किया जा सकता है।

सुनीता विलियम्स को धरती पर वापस लाने के लिए एलोन मस्क के रॉकेट की मदद की जा रही है। इंटरनेशनल स्पेस सेंटर में फंसी सुनीता विलियम्स और बुश विलमोर की वापसी 2025 तक हो सकती है। इस बारे में हाल ही में जारी किए गए लेटेस्ट अपडेट के अनुसार, 2025 तक इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की धरती पर वापसी संभव है।

नासा ने सुनीता विलियम्स और बुश विलमोर की वापसी पर नया अपडेट जारी किया है। कहा गया है कि फिलहाल वापसी की कोई गारंटी नहीं है, लेकिन लक्ष्य यह है कि किसी भी हाल में यात्रियों को धरती तक वापस लाया जाए। जून महीने में भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुश विलमोर ने अंतरिक्ष की ओर उड़ान भरी थी। उन्हें दस दिन के भीतर धरती पर लौटना था, लेकिन दो महीने से अधिक समय हो जाने के बाद भी उनकी वापसी सुनिश्चित नहीं हो पाई है।

नासा ने कई उपाय किए, लेकिन विमान की तकनीकी समस्याएं अब तक दूर नहीं हो पाई हैं। नासा ने इस पूरे मामले पर नया अपडेट जारी किया है। नासा अधिकारियों के अनुसार, फिलहाल दोनों यात्रियों की धरती पर वापसी इस साल तक टल गई है। हालांकि, फरवरी 2025 तक अरबपति कारोबारी एलोन मस्क के स्पेसएक्स रॉकेट की मदद से उन्हें धरती पर वापस लाया जाएगा।

नासा के अधिकारियों ने बताया कि सुनीता विलियम्स और विलमोर को इंटरनेशनल स्पेस सेंटर से धरती पर वापस लाने के लिए स्टारलाइनर के अलावा अन्य विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा है। हालांकि, विमान में हीलियम गैस लीक होने के कारण तकनीकी समस्याएं उत्पन्न हुईं और उनकी वापसी टल गई। नासा स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन का उपयोग करने की योजना बना रहा है। इसके अलावा कई अन्य विकल्पों पर भी काम किया जा रहा है। क्रू ड्रैगन कैप्सूल फरवरी 2025 में सुनीता विलियम्स, विलमोर और उनकी टीम को धरती पर लौटा सकता है।

स्पेस सेंटर में फिलहाल सभी यात्री सुरक्षित हैं और उनके पास पर्याप्त भोजन और आपूर्ति भी है। सभी को जल्द से जल्द धरती पर लाना नासा के लिए सबसे बड़ी चुनौती है।