'Republic of Balochistan announced' के बाद सोशल मीडिया पर ट्रेंड, बलूच नेताओं ने पाकिस्तान से स्वतंत्रता का किया ऐलान
5/14/2025


भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, बलूच लेखक मीर यार बलोच ने बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की घोषणा करते हुए भारत से नई दिल्ली में बलूच दूतावास स्थापित करने की अपील की है।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से शांति सैनिक भेजने और पाकिस्तान की सेना को बलूचिस्तान से हटाने की मांग की।
सोशल मीडिया पर "Republic of Balochistan announced" हैशटैग ट्रेंड करने लगा जब बलूच नेताओं, विशेष रूप से मीर यार बलोच ने पाकिस्तान से बलूचिस्तान की आज़ादी का ऐलान किया। यह घोषणा भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य अभियानों के चलते बढ़े तनाव के बीच आई है।
मीर यार बलोच, जो एक लेखक और बलूच अधिकारों के मुखर समर्थक हैं, ने यह घोषणा X (पूर्व में ट्विटर) पर कई पोस्ट्स के ज़रिए की। उन्होंने भारत सरकार से बलूच दूतावास की अनुमति देने की मांग की और संयुक्त राष्ट्र से बलूचिस्तान में शांति सेना भेजने की अपील की, साथ ही पाकिस्तान की सेना को वहां से हटाने की बात कही। यह बयान 7 मई को भारत द्वारा चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद सामने आया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया था।
"हमने अपनी आज़ादी घोषित कर दी है"
मीर यार बलोच ने दावा किया कि बलूच स्वतंत्रता सेनानियों ने डेरा बुगती में पाकिस्तान के गैस क्षेत्रों पर हमला किया है, जहां 100 से अधिक गैस कुएं स्थित हैं।
एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, "आतंकी पाकिस्तान का अंत निकट है, और अब हमें स्वतंत्रता की घोषणा कर देनी चाहिए। हमने अपनी आज़ादी का ऐलान कर दिया है और हम भारत से अनुरोध करते हैं कि वह दिल्ली में बलूचिस्तान का आधिकारिक कार्यालय और दूतावास स्थापित करने की अनुमति दे।"
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी अपील की, “हम संयुक्त राष्ट्र से अनुरोध करते हैं कि वह 'डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ बलूचिस्तान' को मान्यता दे और सभी सदस्य देशों की बैठक बुलाकर हमारे स्वतंत्र राष्ट्र को समर्थन दें।”
उन्होंने यह भी कहा, “मुद्रा और पासपोर्ट छपाई के लिए अरबों की धनराशि जारी की जानी चाहिए।”
शांति मिशन के लिए संयुक्त राष्ट्र से मांग
मीर यार बलोच ने आगे कहा, “हम संयुक्त राष्ट्र से आग्रह करते हैं कि वह तुरंत बलूचिस्तान में शांति सेना भेजे और पाकिस्तान की सेना को बलूचिस्तान की भूमि, आकाश और समुद्री सीमा छोड़ने का निर्देश दे, साथ ही सभी हथियार और संपत्ति वहीं छोड़ कर जाए।”
उन्होंने जोड़ा, “सेना, फ्रंटियर कॉर्प्स, पुलिस, सैन्य खुफिया, ISI और सिविल प्रशासन में कार्यरत सभी गैर-बलूच अधिकारियों को तुरंत बलूचिस्तान छोड़ देना चाहिए।”
उन्होंने बलूचिस्तान में एक अंतरिम सरकार के गठन की योजना का ज़िक्र किया। “बलूचिस्तान पर जल्द ही स्वतंत्र सरकार का नियंत्रण होगा और एक अंतरिम सरकार की घोषणा की जाएगी। नई कैबिनेट में बलूच महिलाओं को प्रतिनिधित्व देना हमारी प्रतिबद्धता है।”
उन्होंने कहा, “स्वतंत्र बलूचिस्तान सरकार का औपचारिक समारोह जल्द होगा, जिसमें मित्र राष्ट्रों के राष्ट्राध्यक्षों को आमंत्रित किया जाएगा।”
एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा, “ऐ नापाकिस्तान! अगर तेरे पास सेना है, तो हमारे पास भी बलूच फ्रीडम फाइटर्स की ताकत है। बलूच लड़ाके हमला करते हैं।”
पाक सेना पर हमले का दावा
ऑनलाइन एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक पाकिस्तानी सैन्य वाहन को उड़ाया गया है। बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने इस हमले की ज़िम्मेदारी ली है और दावा किया कि इस हमले में 14 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए।
जिन्ना हाउस को 'बलूचिस्तान हाउस' बनाने की मांग
फ्री बलूचिस्तान मूवमेंट के प्रमुख हिर्बयार मारी, जो लंदन में रहते हैं, ने हाल ही में कहा कि भारत को मुंबई स्थित जिन्ना हाउस को बलूच जनता को सौंप देना चाहिए और उसका नाम ‘बलूचिस्तान हाउस’ कर देना चाहिए।
मारी ने कहा कि जिस जगह पर कभी पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना ने भारत के बंटवारे की योजना बनाई थी, अब वह बलूच नेताओं के लिए आज़ादी की रणनीति का केंद्र बननी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि बलूचिस्तान के स्वतंत्र होते ही पाकिस्तान अस्तित्व में नहीं रहेगा।
बलूचवर्णा वेबसाइट में प्रकाशित एक लेख में मारी ने संयुक्त राष्ट्र पर निष्पक्षता की कमी का आरोप लगाते हुए कहा कि उसने 1947 से अब तक बलूचिस्तान मुद्दे की अनदेखी की है, जबकि पाकिस्तान इसका राजनीतिक रूप से दोहन करता रहा है।
See post at: https://x.com/miryar_baloch/status/1920557106475766091
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