Reliance shares: बर्नस्टीन, जेफरीज ने मुकेश अंबानी की कंपनी पर जताया भरोसा, 36% तक बढ़ोतरी की संभावना

1/8/2025

Reliance shares:
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2024 में रिलायंस के शेयरों के कमजोर प्रदर्शन को खरीदारी का अवसर मानते हुए ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टीन और जेफरीज ने टेलीकॉम, रिटेल और ओ2सी सेगमेंट के मजबूत प्रदर्शन के आधार पर रिकवरी का अनुमान लगाया है।

विश्लेषकों ने जबरदस्त वृद्धि की संभावना जताई है, जिसमें जेफरीज ने मौजूदा स्तरों से 36% तक की बढ़त का अनुमान लगाया है।

बाजार में रिलायंस का प्रदर्शन


रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के शेयर बुधवार, 8 जनवरी को इंट्रा-डे ट्रेडिंग में 2% से अधिक चढ़ गए, क्योंकि वैश्विक ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टीन और जेफरीज ने इस स्टॉक पर अपनी सकारात्मक राय दोहराई। विश्लेषकों का मानना है कि हालिया गिरावट के बाद रिलायंस के शेयरों में 36.2% तक की बढ़त देखने को मिल सकती है।

हालांकि, दोनों ब्रोकरेज ने रिलायंस के दीर्घकालिक विकास की संभावना पर भरोसा जताया है, लेकिन उन्होंने निकट भविष्य में कुछ चुनौतियों को भी रेखांकित किया है।

रिलायंस शेयर प्राइस ट्रेंड

आरआईएल का स्टॉक 2.3% तक उछलकर ₹1,269.85 के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। यह अभी भी जुलाई 2024 में छूए गए ₹1,608.95 के शिखर से 21% नीचे है। वहीं, यह दिसंबर 2024 के 52-सप्ताह के न्यूनतम स्तर ₹1,202.10 से लगभग 6% ऊपर है।

पिछले एक साल में रिलायंस के शेयरों में 4% की गिरावट आई, लेकिन जनवरी में यह 4% से अधिक चढ़ चुका है, जबकि पिछले चार महीनों में इसमें लगातार गिरावट देखी गई थी। दिसंबर में स्टॉक 6%, नवंबर में 3%, अक्टूबर में 10% और सितंबर में 2% से अधिक गिरा था।

ब्रोकरेज व्यू: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड
बर्नस्टीन: आउटपरफॉर्म | टार्गेट प्राइस: ₹1,520 | बढ़त की संभावना: 22.5%

बर्नस्टीन का मानना है कि मुकेश अंबानी के नेतृत्व में रिलायंस इंडस्ट्रीज रिकवरी के दौर में है, जहां इसकी आय मुख्य रूप से टेलीकॉम और रिटेल सेगमेंट द्वारा संचालित होगी। इसके अलावा, रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार की उम्मीद है, जिससे कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी।

बर्नस्टीन के अनुसार, जियो का एवरेज रेवेन्यू पर यूजर (ARPU) निकट भविष्य में 12% तक बढ़ सकता है, भले ही टैरिफ में कोई वृद्धि न हो। यह 4-5% सब्सक्राइबर ग्रोथ के चलते संभव होगा। वहीं, रिटेल सेगमेंट के EBITDA में दो अंकों की वृद्धि की उम्मीद है, जिससे कंपनी की समग्र स्थिति बेहतर होगी। रिफाइनिंग कारोबार में, ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRM) FY24 में $9 प्रति बैरल तक गिरने के बाद सुधार की ओर बढ़ सकते हैं।

बर्नस्टीन ने बताया कि सितंबर 2024 से अब तक RIL का मार्केट कैप $50 बिलियन घट चुका है, जिसका कारण 13% की EPS गिरावट और 10% की EBITDA में गिरावट रहा। हालांकि, ब्रोकरेज का मानना है कि यह EBITDA का निचला स्तर है और FY26 में 19% से अधिक की वृद्धि संभव है।

वैल्यूएशन और आगे की संभावनाएं:


वर्तमान में रिलायंस के वैल्यूएशन तीन साल के सबसे निचले स्तर पर हैं, जिससे निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर बन रहा है। कंपनी फिलहाल 10.1x 1-वर्षीय फॉरवर्ड EV/EBITDA पर ट्रेड कर रही है, जो इसके तीन साल के औसत से 17% कम है। FY25-27 के दौरान फ्री कैश फ्लो (FCF) में उछाल की उम्मीद है, जो लगभग $22 बिलियन के स्थिर EBITDA से समर्थित होगा।

बर्नस्टीन ने FY26 तक रिलायंस के EPS में 20% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) की भविष्यवाणी की है। प्रमुख विकास कारकों में पूंजीगत व्यय चक्र (CapEx) का समापन, रिटेल कारोबार में पुनरुद्धार, और संभावित स्पिन-ऑफ शामिल हैं। हालांकि, FY25-26 के लिए "अन्य" राजस्व अनुमानों को 15-20% तक घटा दिया गया है।

जेफरीज: खरीदें | टार्गेट प्राइस: ₹1,690 | बढ़त की संभावना: 36%

जेफरीज ने बताया कि 2024 में रिलायंस इंडस्ट्रीज का प्रदर्शन निफ्टी 50 इंडेक्स से 15% कमजोर रहा, जिसका मुख्य कारण रिटेल बिजनेस के मध्यम अवधि के विकास को लेकर चिंता और वित्तीय वर्ष में कमजोर आय वृद्धि रही। यह नौ वर्षों में पहली बार था जब रिलायंस के शेयरों ने कैलेंडर वर्ष में नकारात्मक रिटर्न दिया, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई।

ब्रोकरेज ने यह भी कहा कि रिलायंस का मौजूदा वैल्यूएशन मार्च 2020 में COVID-19 महामारी के दौरान आए बाजार संकट के बाद सबसे निचले स्तर पर है। हालांकि, जेफरीज सकारात्मक बना हुआ है और इसे निवेश के लिए एक मजबूत अवसर मानता है।

जेफरीज के अनुसार प्रमुख कारक:
  • रिटेल सेगमेंट की रिकवरी: कंपनी के रिटेल कारोबार में मध्यम-द्विअंकीय (mid-teen) वृद्धि दर की उम्मीद है।

  • Jio लिस्टिंग: संभावित लिस्टिंग के जरिए मूल्य अनलॉकिंग संभव।

  • O2C बिजनेस में सुधार: FY26 तक रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल सेगमेंट में बेहतर लाभ।

जेफरीज को उम्मीद है कि FY26 में रिलायंस की EBITDA में 14% की वृद्धि होगी, जिसमें सभी व्यावसायिक क्षेत्रों का योगदान रहेगा। ब्रोकरेज ने रिलायंस की मौजूदा कम वैल्यूएशन को एक बेहतरीन निवेश अवसर बताया है और इसके विविध परिचालन से मजबूत वृद्धि की संभावना जताई है।