Mukul Agrawal के पोर्टफोलियो वाली BSE SME कंपनी ने डेढ़ साल में दिया 202% रिटर्न

5/23/2025

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सियाराम रीसाइक्लिंग इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने दिसंबर 2023 में अपने आईपीओ के बाद से अब तक 202% की जोरदार बढ़त दर्ज की है।

शेयर की कीमत ₹46 से बढ़कर ₹139 हो गई है। यानी अगर किसी ने उस समय ₹15,000 का निवेश किया होता, तो आज उसकी वैल्यू ₹45,000 से अधिक होती — यह दिखाता है कि अच्छे एसएमई स्टॉक्स में समय पर निवेश करना कितना फायदेमंद हो सकता है।

बीएसई एसएमई में लिस्टेड इस कंपनी को मशहूर निवेशक मुकुल अग्रवाल का समर्थन प्राप्त है। इसका आईपीओ ₹22.96 करोड़ का बुक बिल्ट इश्यू था, जिसमें 49.92 लाख नए शेयर जारी किए गए थे और निवेशकों की अच्छी भागीदारी देखने को मिली थी।

मजबूत शेयर प्रदर्शन और वित्तीय विकास

सिर्फ पिछले एक साल में ही शेयर में 71% की बढ़त देखने को मिली है। मई में अब तक यह 7.5% चढ़ चुका है, जबकि अप्रैल में 4% और मार्च में 2.7% की बढ़त दर्ज की गई थी। हालांकि फरवरी में इसमें 23.5% की गिरावट आई थी, लेकिन जनवरी में यह 7% ऊपर गया था।

कंपनी ने हाल ही में H2FY25 के वित्तीय नतीजे जारी किए, जिनमें इसके ऑपरेशनल प्रदर्शन में मजबूती देखने को मिली। दूसरे छमाही (H2FY25) में कंपनी का संचालन से राजस्व ₹266 करोड़ रहा, जो पहली छमाही (H1FY25) के ₹245.7 करोड़ से 8% ज्यादा है और पिछले साल की दूसरी छमाही (H2FY24) के ₹198 करोड़ से 34% अधिक है।

शुद्ध मुनाफा ₹7 करोड़ रहा, जो कि H1FY25 के ₹7.7 करोड़ की तुलना में 9% कम है, लेकिन H2FY24 के ₹3.3 करोड़ की तुलना में 112% की सालाना बढ़त दर्शाता है। ये आंकड़े घरेलू और वैश्विक स्तर पर बेहतर मांग और संचालन में कुशलता को दिखाते हैं।

शेयरहोल्डिंग पैटर्न

मार्च 2025 तक के शेयरहोल्डिंग आंकड़ों के अनुसार, प्रमोटर्स के पास 61.17% हिस्सेदारी है, जो उनके भरोसे को दर्शाता है। खुदरा निवेशकों के पास 37.08% हिस्सेदारी है, जबकि डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DIIs) के पास 1.76% शेयर हैं। खास बात यह है कि मुकुल महावीर अग्रवाल के पास कंपनी में 10.1% हिस्सेदारी है, जिससे निवेशकों का भरोसा और भी बढ़ा है।

कंपनी के बारे में

सियाराम रीसाइक्लिंग इंडस्ट्रीज लिमिटेड पीतल (ब्रास) के रीसाइक्लिंग और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में काम करती है। कंपनी पीतल की स्क्रैप छंटाई, और पीतल के इंगलॉट, बिलेट, रॉड व अन्य कंपोनेंट्स बनाती है, जो मुख्यतः प्लंबिंग और सैनिटरी हार्डवेयर इंडस्ट्री के लिए होते हैं। इसके उत्पाद घरेलू और एक्सपोर्ट दोनों मार्केट में सप्लाई होते हैं।

भारत में कंपनी की उपस्थिति 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में है, जिसमें गुजरात इसका मुख्य राजस्व केंद्र है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसके ग्राहक चीन, जर्मनी, बेल्जियम और ओमान जैसे देशों में हैं, जिससे इसके उत्पादों की वैश्विक मांग का संकेत मिलता है।