Hamden Qarada -Power lifting

9/5/2024

जॉर्डन के ओमर सामी हमदान कारादा ने 181 किलोग्राम का भार उठाकर पुरुषों के 49 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में स्वर्ण पदक जीतते हुए खेलों में पहला पैरा पावरलिफ्टिंग स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

जॉर्डन के ओमर सामी हमदान कारादा ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में पावरलिफ्टिंग में पहला स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने पुरुषों के 49 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में 181 किलोग्राम का भारी वजन उठाकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। कारादा की यह उपलब्धि उन्हें इस स्पर्धा में एक मजबूत दावेदार के रूप में स्थापित करती है।

इस फाइनल मुकाबले में, कारादा ने अपनी शानदार ताकत और तकनीक का प्रदर्शन किया। उन्होंने तीन प्रयासों में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के रूप में 181 किलोग्राम का वजन उठाया, जो उन्हें स्वर्ण पदक दिलाने के लिए पर्याप्त था। अन्य प्रतिस्पर्धियों ने भी जोरदार कोशिश की, लेकिन कारादा का प्रदर्शन सबसे प्रभावशाली साबित हुआ।

ओमर सामी हमदान कारादा की इस जीत ने न केवल जॉर्डन को गर्व महसूस कराया है, बल्कि पूरे पैरालंपिक खेलों में एक यादगार पल बना दिया है। उनका यह स्वर्ण पदक पावरलिफ्टिंग में उनके समर्पण और मेहनत का परिणाम है, जिससे उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी पहचान मिली है।

ओमर सामी हमदान कारादा जॉर्डन के एक प्रसिद्ध पावरलिफ्टर हैं, जिन्होंने पैरालंपिक और अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है। उनका जन्म 1 जून 1981 को जॉर्डन में हुआ था। कारादा ने बचपन से ही शारीरिक चुनौतियों का सामना किया, लेकिन उन्होंने अपने आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प से पावरलिफ्टिंग में एक अलग पहचान बनाई।

उन्होंने 2016 रियो पैरालंपिक में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था, जहां उन्होंने 49 किलोग्राम भार वर्ग में रजत पदक जीता था। इसके अलावा, कारादा ने विश्व पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भी कई बार पदक जीते हैं, जो उन्हें इस खेल में एक दिग्गज एथलीट के रूप में स्थापित करता है।

कारादा का जीवन प्रेरणा से भरा हुआ है, क्योंकि उन्होंने अपने संघर्षों के बावजूद उच्चतम स्तर पर सफलता हासिल की। उनका समर्पण और कठिन परिश्रम युवा एथलीटों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, खासकर उन लोगों के लिए जो शारीरिक चुनौतियों का सामना करते हैं।