Goat Movie Review

9/5/2024

"गोट" (2016) मूवी रिव्यू:

"गोट" एक कच्ची और अस्थिर फिल्म है, जिसका निर्देशन एंड्रयू नील ने किया है और यह ब्रैड लैंड के संस्मरण पर आधारित है। यह कॉलेज में फ्रैटरनिटी हैज़िंग और भाईचारे के आसपास की जहरीली संस्कृति की कठोर सच्चाइयों में डूबती है। बेन श्नेट्जर ने ब्रैड के रूप में और निक जोनस ने उनके बड़े भाई ब्रेट के रूप में अभिनय किया है। फिल्म इस बात की पड़ताल करती है कि ब्रैड, जो हाल ही में एक हिंसक लूटपाट से आहत है, अपने भाई की फ्रैटरनिटी में शामिल होते हुए एक समान रूप से भयावह अनुभव से गुज़रता है।

फिल्म की हैज़िंग की प्रस्तुति क्रूर और निष्ठुर है, जो फ्रैटरनिटी जीवन के उस काले पक्ष को उजागर करती है जिसके बारे में बहुत से लोग बात करने से कतराते हैं। यह कॉलेज जीवन या भाईचारे को महिमामंडित नहीं करती, बल्कि विषाक्त मर्दानगी, साथियों के दबाव और युवा पुरुषों द्वारा इन वातावरणों में झेले जाने वाले पहचान संकट पर एक गंभीर दृष्टिकोण पेश करती है।

ब्रैड के रूप में श्नेट्जर का प्रदर्शन मजबूत है, जो असुरक्षा और आघात को बखूबी दर्शाते हैं, जबकि जोनस ने ब्रेट के रूप में एक आश्चर्यजनक भूमिका निभाई है, जिसकी आंतरिक संघर्ष कहानी का केंद्रीय पहलू बन जाती है। उनके संबंध फिल्म के कुछ भावनात्मक स्तंभों में से एक है, जो भाइयों के बीच गहरे लेकिन जटिल बंधन को उजागर करता है।

"गोट" अपने माहौल और यथार्थवाद में उत्कृष्ट है, लेकिन कुछ दर्शकों को फिल्म देखने में कठिनाई हो सकती है क्योंकि इसमें हैज़िंग अनुष्ठानों का स्पष्ट चित्रण है। जबकि यह एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर संवाद खोलने में सफल होती है, फिल्म दोहरावपूर्ण लग सकती है और अपने मुख्य विषय से परे भावनात्मक गहराई की कमी महसूस कराती है। कथानक कभी-कभी लड़खड़ाता है, हिंसा पर अधिक ध्यान केंद्रित करता है और पात्रों के व्यक्तिगत विकास पर कम।

निष्कर्षतः, "गोट" फ्रैटरनिटी संस्कृति की एक प्रभावशाली खोज है, जो मर्दानगी, हिंसा और स्वीकृति के लिए लोग किस हद तक जा सकते हैं, इस पर महत्वपूर्ण प्रश्न उठाती है। हालांकि, यह दर्शकों को भावनात्मक रूप से थका हुआ और असहज महसूस करा सकती है, बजाय इसके कि पूरी तरह से जुड़ा हुआ महसूस हो।

"गोट" एक भावनात्मक रूप से तीव्र और असहज करने वाली फिल्म है, जिसका निर्देशन एंड्रयू नील ने किया है। यह फिल्म कॉलेज में फ्रैटरनिटी के भीतर होने वाली खतरनाक हैज़िंग पर प्रकाश डालती है और भाईचारे के नाम पर होने वाले मानसिक और शारीरिक शोषण को उजागर करती है। ब्रैड लैंड के संस्मरण पर आधारित, यह फिल्म ब्रैड (बेन श्नेट्जर) और उनके भाई ब्रेट (निक जोनस) की कहानी है। एक भयानक हमले से उबर रहे ब्रैड को अपने भाई की फ्रैटरनिटी में शामिल होने पर और भी भयानक अनुभवों का सामना करना पड़ता है।

फिल्म की सबसे बड़ी ताकत इसका वास्तविक और कठोर चित्रण हैज़िंग की कड़वी सच्चाइयों को दिखाने में है। यहां तक कि दर्शकों को भी कई दृश्य असहज और परेशान करने वाले लग सकते हैं। फ्रैटरनिटी में स्वीकार्यता पाने के लिए युवा लड़कों के संघर्ष और दबाव को फिल्म ने बेहद प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया है।

बेन श्नेट्जर का अभिनय प्रभावी है। वह ब्रैड के चरित्र की असुरक्षा और दर्द को बखूबी दिखाते हैं। निक जोनस ने भी अपने किरदार में गहराई दी है, जहां उनके भाई का फ्रैटरनिटी से जुड़ा होना कहानी को और जटिल बनाता है। दोनों भाइयों के बीच का रिश्ता फिल्म का सबसे भावनात्मक पहलू है।

हालांकि फिल्म का विषय गंभीर है, कई जगहों पर यह केवल हिंसा पर ही फोकस करती हुई नजर आती है, जिससे यह भावनात्मक विकास की बजाय थोड़ी एकरूपी महसूस हो सकती है। कुछ दर्शक फिल्म की हिंसक और निरंतर हैज़िंग के दृश्य से असहज हो सकते हैं।

कुल मिलाकर, "गोट" एक कठोर और अनदेखी की गई वास्तविकता पर प्रकाश डालती है, जो कॉलेज जीवन के एक खतरनाक पक्ष को सामने लाती है। यह फिल्म मर्दानगी, साथियों के दबाव और स्वीकृति की चाह के विषयों पर सवाल उठाती है, लेकिन दर्शकों को अंत में कुछ अधूरा महसूस करा सकती है।