China ने उभरती श्वसन बीमारियों की निगरानी तेज की: रिपोर्ट
1/4/2025
जैसे-जैसे सर्दी नजदीक आ रही है, चीन में श्वसन संबंधी बीमारियों, खासकर ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है।
अस्पतालों में भारी भीड़ उमड़ रही है, जिससे स्वास्थ्य संकट का खतरा बढ़ गया है।
इस साल चीन में मौसमी श्वसन बीमारियों में बढ़ोतरी को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है। इसका मुख्य कारण कोविड-19 महामारी से की जा रही बेबुनियाद तुलना है, जो पांच साल पहले शुरू हुई थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने नवंबर में जारी एक बुलेटिन में इस वृद्धि पर ध्यान आकर्षित किया था, जिसमें बताया गया कि अक्टूबर से श्वसन संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसके जवाब में, चीन के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण और रोकथाम प्रशासन (NCDPA) ने एक नई पायलट निगरानी प्रणाली शुरू की है, जिसका उद्देश्य अज्ञात कारणों से होने वाले निमोनिया की पहचान और प्रबंधन करना है। यह पहल सर्दियों से जुड़ी श्वसन संक्रमण की निगरानी और प्रतिक्रिया को बेहतर बनाने के लिए शुरू की गई है।
हालांकि सोशल मीडिया पर अस्पतालों में भीड़भाड़ की खबरें फैली हुई हैं, लेकिन आधिकारिक तौर पर ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं है जो स्थिति को गंभीर दर्शाती हो। हालांकि, NCDPA ने 16 से 22 दिसंबर के बीच श्वसन संक्रमण के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि स्वीकार की है।
चीन की निगरानी प्रणाली
NCDPA द्वारा हाल ही में जारी एक बयान के अनुसार, 16 से 22 दिसंबर के सप्ताह में श्वसन संक्रमण के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई। इस नए प्रोटोकॉल के तहत, प्रयोगशालाओं को संक्रमण की रिपोर्ट देना अनिवार्य कर दिया गया है, जबकि रोग नियंत्रण एजेंसियां इन मामलों की पुष्टि और प्रबंधन करेंगी, जिससे मौजूदा संकट का अधिक समन्वित समाधान सुनिश्चित किया जा सके।
NCDPA के अधिकारी कान बियाओ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सर्दी और वसंत के दौरान श्वसन संक्रमण बढ़ने की संभावना है, लेकिन इस साल कुल मामलों की संख्या 2024 की तुलना में कम रहने की उम्मीद है।
बच्चों और बुजुर्गों पर प्रभाव
वर्तमान निमोनिया प्रकोप विशेष रूप से छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए चिंताजनक है। बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली अभी पूरी तरह विकसित नहीं होती, जिससे वे गंभीर लक्षणों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। वहीं, अस्थमा या क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) जैसी पूर्व बीमारियों से जूझ रहे बुजुर्गों को भी जटिलताओं का अधिक खतरा है।
HMPV और अन्य श्वसन वायरस के लक्षणों में बुखार, खांसी, नाक बहना और घरघराहट शामिल हैं, जो सामान्य सर्दी या फ्लू से मिलते-जुलते हैं। गंभीर मामलों में HMPV ब्रोंकाइटिस या निमोनिया का कारण बन सकता है, खासकर बच्चों में। यह वायरस श्वसन बूंदों (Respiratory Droplets) और निकट संपर्क से फैलता है, जिससे भीड़भाड़ वाले स्थानों में इसका प्रसार तेजी से होता है।
क्या है ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV)?
ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) एक श्वसन वायरस है, जो आमतौर पर हल्के से मध्यम फ्लू जैसे लक्षण पैदा करता है। यह मुख्य रूप से सर्दियों और शुरुआती वसंत में अधिक सक्रिय रहता है। हालांकि यह वायरस ज्यादातर ऊपरी श्वसन मार्ग (Upper Respiratory Tract) को प्रभावित करता है, लेकिन कुछ मामलों में यह अधिक गंभीर रूप ले सकता है, खासकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों में।
HMPV संक्रमित व्यक्ति या सतह के सीधे संपर्क से फैलता है। यह वायरस अन्य श्वसन वायरस जैसे RSV, खसरा (Measles) और गलसुआ (Mumps) से काफी मिलता-जुलता है। कोविड-19 के विपरीत, HMPV के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है और इसके लिए कोई एंटीवायरल इलाज भी नहीं है।
अधिकांश मामलों में यह संक्रमण हल्का होता है और घर पर ही आराम और हाइड्रेशन से ठीक किया जा सकता है। हालांकि, गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती, ऑक्सीजन थेरेपी या कॉर्टिकोस्टेरॉइड ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ सकती है।
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