Chhaava box office collection day 1: विक्की कौशल की फिल्म ने बनाया वैलेंटाइन डे का सबसे बड़ा रिकॉर्ड

2/15/2025

box office collection
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Chhaava बॉक्स ऑफिस कलेक्शन दिन 1: पीरियड ड्रामा में रश्मिका मंदाना, अक्षय खन्ना और दिव्या दत्ता भी हैं।


विक्की कौशल की पीरियड ड्रामा फिल्म Chhaava ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त शुरुआत की है। मिली-जुली समीक्षाओं के बावजूद, लक्ष्मण उतेकर की इस फिल्म ने 2025 की अब तक की सबसे बड़ी ओपनिंग दर्ज की है और साथ ही वैलेंटाइन डे पर किसी भारतीय फिल्म के सबसे ज्यादा कलेक्शन का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है, जो पहले गली बॉय के नाम था।

बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट

ट्रेड ट्रैकर Sacnilk के अनुसार, फिल्म ने अपने पहले दिन शानदार प्रदर्शन किया। Chhaava ने पहले दिन सभी भाषाओं में मिलाकर लगभग ₹31 करोड़ (नेट) की कमाई की। हिंदी भाषा में इसकी ओपनिंग डे ऑक्यूपेंसी 35.17% रही। यह न केवल विक्की कौशल के करियर की सबसे बड़ी ओपनिंग है, बल्कि 2025 में अब तक की किसी भी भारतीय फिल्म की सबसे बड़ी ओपनिंग भी है।

इस कलेक्शन के साथ, Chhaava विक्की कौशल की अब तक की सबसे बड़ी ओपनर बन गई है, जिसने Uri: The Surgical Strike के ₹8.20 करोड़ के पहले दिन के कलेक्शन को आसानी से पीछे छोड़ दिया। इसके अलावा, इसने अक्षय कुमार की फिल्म Sky Force को भी पछाड़ दिया, जिसने पिछले महीने अपने पहले दिन ₹15.30 करोड़ कमाए थे।

Chhaava ने 2019 में रिलीज़ हुई गली बॉय के ₹19.40 करोड़ के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया, जिससे यह वैलेंटाइन डे पर सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म बन गई।

फिल्म के बारे में

लक्ष्मण उतेकर के निर्देशन में बनी और दिनेश विजन के मैडॉक फिल्म्स बैनर तले प्रोड्यूस की गई Chhaava एक ऐतिहासिक एक्शन फिल्म है, जो मराठा राजा संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है। फिल्म में विक्की कौशल संभाजी महाराज की भूमिका में नजर आ रहे हैं, जबकि रश्मिका मंदाना ने महारानी येसुबाई, अक्षय खन्ना ने औरंगज़ेब, अशुतोष राणा ने सरसेनापति हंबीरराव मोहिते और दिव्या दत्ता ने सोयराबाई की भूमिका निभाई है। यह फिल्म शिवाजी सावंत के प्रसिद्ध मराठी उपन्यास "छावा" पर आधारित है।

फिल्म का म्यूजिक और बैकग्राउंड स्कोर ए. आर. रहमान ने कंपोज़ किया है, जबकि इसके गाने इरशाद कामिल ने लिखे हैं।

हिंदुस्तान टाइम्स की समीक्षा के अनुसार, Chhaava "संभाजी महाराज की वीरता और बलिदान को एक शानदार श्रद्धांजलि हो सकती थी, लेकिन खराब एडिटिंग और उनके कैरेक्टर की जरूरत से ज्यादा सुपरहीरो जैसी प्रस्तुति फिल्म की ताकत को कमजोर कर देती है। हालांकि, जब फिल्म उनके मानवीय पक्ष को दिखाती है, तब यह दर्शकों से जुड़ने में सफल होती है।"