सीपीआई (एम) के बड़े नेता Sita Ram Yechuri का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया

9/16/2024

Sita Ram Yechuri
Sita Ram Yechuri

सीताराम येचुरी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के महासचिव, का 12 सितंबर 2024 को नई दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) में निधन हो गया। वह 72 वर्ष के थे।

येचुरी लंबे समय से गंभीर फेफड़ों के संक्रमण से जूझ रहे थे और कई दिनों तक गंभीर स्थिति में थे। उन्हें 19 अगस्त 2024 को AIIMS में भर्ती कराया गया था और सांस लेने में मदद के लिए ऑक्सीजन समर्थन पर रखा गया था।

येचुरी के निधन पर विभिन्न राजनीतिक नेताओं और दलों, जिनमें कांग्रेस, सीपीआई और आरएसएस शामिल हैं, ने श्रद्धांजलि दी है। उन्हें एक समर्पित और संवेदनशील नेता, एक उत्कृष्ट संसद सदस्य और वामपंथी और धर्मनिरपेक्ष शक्तियों के मजबूत समर्थक के रूप में याद किया जाएगा।

सीताराम येचुरी के बारे में जानकारी:

सीताराम येचुरी एक भारतीय राजनेता और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के महासचिव हैं।

जीवन परिचय:

- जन्म: 12 अगस्त 1952, हैदराबाद, तेलंगाना

- राजनीतिक करियर:

- 1985 में सीपीआई(एम) में शामिल हुए

- 1998 में लोकसभा में चुने गए

- 2004 में राज्यसभा में चुने गए

- 2015 में सीपीआई(एम) के महासचिव बने

राजनीतिक विचारधारा:

- मार्क्सवादी विचारधारा के अनुयायी

- गरीबी, बेरोजगारी, और शिक्षा के मुद्दों पर सक्रिय

- भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए काम करते हैं

क्या आप सीताराम येचुरी के बारे में और कोई जानकारी चाहते हैं?

सीताराम येचुरी के जीवन के बारे में कुछ और जानकारी:

शिक्षा:

सीताराम येचुरी ने अपनी शिक्षा हैदराबाद के निजाम कॉलेज से प्राप्त की, जहां उन्होंने अर्थशास्त्र में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

राजनीतिक सफर:

येचुरी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1970 के दशक में छात्र राजनीति से की, जब वे सीपीआई(एम) के छात्र संगठन, स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) में शामिल हुए।

वे 1985 में सीपीआई(एम) में शामिल हुए और जल्द ही पार्टी के प्रमुख नेताओं में से एक बन गए।

उन्होंने 1998 में लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की, इसके बाद वे 2004 में राज्यसभा में चुने गए।

2015 में वे सीपीआई(एम) के महासचिव बने, जो पार्टी का सर्वोच्च पद है।

व्यक्तिगत जीवन:

सीताराम येचुरी का विवाह सीता येचुरी से हुआ है, जो एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उनके दो बेटे हैं, राहुल और सुमंत।

उनके पिता, एचएस सुंदर राव, एक पूर्व सैनिक थे और उनकी माता, केआर रुक्मिणी, एक गृहिणी थीं।